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लीडर कैसा हो ?

Great India
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हम वो भारतीय हैं जिसके लीडर तो बहुत हैं फिर भी सकून नसीब नहीं होता . हमारा वोट शुरू होता है मुखिया से सबसे पहले हम मुखिया को अपना सबसे नजदीकी और घरेलु लीडर का चुनाव करते हैं मगर जिस दिन वो अपने कुर्सी पर बिराजमान होता है अब हम उसके नज़र में सिर्फ एक वोटर और आम आदमी हो जाते हैं इस लिए के अब वो खुद अपने घर की ज़रूरतों में उलझ जाता है उसके पास सिर्फ पांच साल होता है उस से उस के परिवार वालों को रिश्तेदारों को बहुत उमीदें होती हैं उस पर से उसने जो पूंजी लगा कर चुनाव जीता है उसे कवर भी करना होता है अब उसे इन तमाम कामो से फुर्सत मिले तब तो किसी ग़रीब जनता का सुने इस लिए ये भी लीडर बेवफा हो गया निर्दयी और मतलबी खुदगर्ज़ हो गया अपने मकसद को पूरा करना ही उसका मुहीम था तो हम अब भी निराश ही रहे अब कौन ?
बी डि वो ये साहब बहुत ही कोशिश और रिश्वत के बाद कुर्सी तक आये इनके भी अपने रिश्तेदार हैं खास दोस्त हैं घर कार बंगला बनाना है तनखाह कुछ खास नहीं पता नहीं कब कुर्सी बदल जाए तो अभी इनको सही ढंग से पहचान भी नहीं पाए के इनका ट्रान्सफर हो गया जब दुसरे साहेब आये तो उनका भी वही हाल रहा तो ये भी मेरे किसी काम के नहीं अब कौन ? .
तो इस तरह बिधायेक सो होते हुए सांसद तक को हम चुन कर अपनी हिफाज़त और कामयाबी के लिए मगर कोई भी हमारी मदद को नहीं आता सभी भूल जाते हैं किसी को हमारी ज़रूरतों से परिशानियों से कोई मतलब नहीं होता हम वैसे ही रहते हैं जैसे थे आखिर वजह क्या है .
इस लिए के हमने जिसे भेजा है उसको हमने इस तरह नहीं परखा जैसे :
१. क्या उसे कभी कुर्सी से पहले किसी का आंसू पोछते हुए देखा ?
२. उस लीडर को इन्साफ करते हुए कभी पाया ?
३. उस लीडर को कभी भूक से लड़ते हुए देखा ?
४. अमन शांति को बहाल करते हुए पाया ?
५. किसी यतीम व बेबस से हमदर्दी करते हुए पाया ?
६. उसको इखलाकी समाजी कामो में आगे देखा ?
७. किसी ग़रीब की मौत का वजह पूछते हुए सुना ?
८. किसी मरीज़ को आखरी सांस लेते वक़्त उसे बचाने की फिकर करते हुए देखा ?
९. उसकी तालीम व घरेलु ढंग पर गौर किया ?
१०. कभी ग़रीब की खातिर आमिर या ज़ालिम से टकराते हुए पाया ?

नहीं सबका यही कहना होगा इस लिए के हमें फुर्सत नहीं खुद से मोहब्बत नहीं
फिर इनसे शिकायेत की ज़रुरत नहीं वो अपना काम कर रहे हैं हम अपना काम करें मगर .
अपने लीडर के तमाम गलतियों के भागीदार हम भी हैं . क्युनके हमने जिसे चुन है वो जैसा है वैसा ही करेगा .
हमने देखा उसकी ताक़त उसका घर उसकी दौलत उसका रौब दबदबा .
ऐसा मेरा लीडर नहीं हो कभी सोचा नहीं .

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