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हमें क्या करना चाहिए ?

Great India
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हमने हमेशा यही सोचा है के वो क्या कर रहा है, उसने क्या किया, क्यूँ किया, ऐसा नहीं करना चाहिए .
मगर हमने नहीं सोचा के हमें क्या करना चाहिए , क्या कर रहे हैं और क्या किया .
अगर हम ये सोच लें के हम :
१. सबसे पहले हम आज से रिश्वत नहीं लेंगे .
२. झूट नहीं बोलेंगे .
३. हराम को हराम हलाल को हलाल समझेंगे .
४. गरीबों से मोहब्बत से मिलेंगे उनकी फ़रियाद सुनेंगे उनसे हमदर्दी रखेंगे .
५. मजबूरों की मदद करेंगे .
६. अपने मुल्क से वफ़ा करेंगे .
७. देश की सम्पति की हिफाज़त करना मेरा फ़र्ज़ है .
८. हर भारतीय अपने देश का सिपाही है .
९. हम अपने देश का नुकसान नहीं करेंगे .
१०. हम वही करेंगे जो देश हित में हो .

तो अब अनशन , हरताल , या रैली की ज़रुरत नहीं क्युनके अब कौन किसके खेलाफ़ करेगा सब तो एक हैं चोरी बंद है रिश्वत को हमने लगाम लगाने का सोच लिया है नहीं देंगे नहीं लेंगे काम रुकेगा तो उसे उसके अंजाम को उसी वक़्त पहुंचाएंगे जिस ने ऐसा किया है .
क्या हमने सोचा है ?.
के हम ही चोरी में लिप्त हैं रिश्वत भी लेते हैं देते भी हैं .
के हम ही हर बुरा काम करते हैं
के हम ही किसी का हक खाते हैं
के हम ही भयानक जुर्म करते हैं
के हम ही कहीं बलात्कार जैसा घिनावना काम भी करते हैं
और हम नसीब से पकडे नहीं जाते बचते रहते हैं बहुत ही खुश रहते हैं अपने को पाक साफ भी कहते हैं
मगर जब कोई दूसरा इन सब जैसे जुर्म में पकड़ा जाता है तो हम ही आन्दोलन करते है नर लगते हैं जुलुस निकलते हैं दुसरे की सजा का मांग करते हैं पुरे हिंदुस्तान को बता देते हैं न जाने कितने भारत सरकार की सम्पति को आग लगा देते हैं .

काश ऐसा होता :
जितने लोग उस जुलुस और धरना नर में शामिल होते हैं कम से कम उस दिन से कसम खाते बचन देते के
हम आज से रिश्वत नहीं देंगे या नहीं लेंगे .
हम आज से किसी भी महिला के तरफ जो अनजान हो ग़लत निगाह से नहीं देखेंगे
हम आज से किसी भी अबला नारी या हर महिला का सम्मान करेंगे .
हम आज से हर काम ईमानदारी से करेंगे .
हम आज से घोटाला या चोरी नहीं करेंगे .

तो क्या अगर आज ५००० लोग कसम खाएं तो कल से १०००० उनसे डरेंगे उन १०००० से २०००० डरेंगे फिर खुद बा खुद ये अभियान आम जनता में निकल पड़ेगा फिर हमें अपने लीडर अपने नेता को सही करने में कितना समय लगेगा एक साफ सुथरा हिंदुस्तान बनाने में कोई परिशानी नहीं होगी .

नहीं हम खुद नहीं चाहते के हमारा देश सही हो क्युनके ऐश हमें भी करना है गुनाह हमें भी करना है फिर हमें सरकार से शिकायेत का हक नहीं होना चाहिए .

दोस्तों अगर मेरे इस भावनाओं से किसी को ठेस लगी हो या कोई बात बुरी लगी हो तो मैं आपके राय का इंतज़ार करूँगा .
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