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बाबा रामदेव ?

Great India
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मैं ने पहले भी कहा था के साधू संत बाबा अगर सियासत से दूर रहें या गेरुआ बस्तर उतार कर खुले आम किसी न किसी पार्टी में शामिल हो जाएँ फिर सियासत करें क्युके हर काम हर हर आदमी को शोभा नहीं देता जिसका जो स्थान है वहीँ अच्छा लगता है आज रामदेव जी एक पार्टी के विरुद्ध बचन वध हैं के उखड फेंकना है इलज़ाम ये है के भ्रष्ट्रचार और काला धन जमा नहीं करने का आरोप लगाते हैं उनके हीरो मोदी हैं वो मोदी जिनको देश का एक छोटा सा हिस्सा यानी सिर्फ गुजरात और एक सिमित पार्टी पसंद करती है तो जबके रामदेव जी खुल कर मोदी के साथ हैं तो क्यूँ नहीं उतार देते साधू का चोला और कर लें दिल की हसरत पूरी चुनाव लड़ कर जैसे के मोदी ने नकली लाल किला से लोगों को संबोधित कर के निकल ली दिल की हसरत रामदेव जी को ये नज़र नहीं आता के श्री मोदी ने जनता की गाढ़ी कमाई से २ करोड़ का सिर्फ एक घंटे के लिए बर्बाद कर दिया और लाल किला के महत्व को भी ठेस पहुँचाया ये नज़र नहीं आएगा क्युनके प्यार अँधा होता है और किसी भी मंजिल को पाने के लिए जाएज़ और नाजायेज़ नहीं देखा जाता है क्युके रामदेव का भी वही सपना है जो श्री मोदी का हमारा देश आज़ाद है इसका ये मतलब नहीं के जो चाहे जो करे क्या रामदेव जी अपने आप को गरीब कहेंगे क्या रामदेव जी अपनी दौलत से किसी गरीब बस्ती को पक्का मकान देंगे क्युनके साधू को दौलत नहीं सियासत नहीं सिर्फ इश्वर का ध्यान रखना चाहिए साधू किसी एक ज़ात एक जमात एक गरोह एक पार्टी एक गुट का गुण नहीं गा सकता उसका धर्म है के जो भी गलत हो उसकी रहनुमाई करे अपनी शक्ति अपने मान सम्मान से उसको सही रास्ता दिखाए नहीं के एक ही कश्ती के एक सवार को गलत एक को सही अंध विश्वास व अँधा प्यार व किसी ख़ास मिशन के लिए साबित करे बहुत ऐसे सवाल हैं जो रामदेव के लिए है क्या वो इंसान का एक भी शर्त पूरा कर रहे हैं नहीं .
अगर इन साधू संतों को सियासत से दूर नहीं रखा गया तो वो दिन दूर नहीं के हमारा देश बिखर जाएगा पहले से ही हमारी बदकिस्मती से इतनी साड़ी पार्टियां है हमारे देश में इन्ही को संभालना देश वासियों के लिए मुश्किल हो रहा है उस पर इन साधू संतों को भी संभालना जबके इनका फिल्ड ही अलग है .
आज रामदेव जी अपने दिल से बता दें के आज से १० साल पहले आप क्या थे आज जो दौलत है वो कहाँ से और कैसे आप साधो कब बने भगवान् को याद कब किया भगवान् ने आपको कुछ वरदान दिया भी या नहीं या के आपका मिशन सियासत था जिस पर आप चल रहे हैं किसी ख़ास जमात की मदद से अपनी मंजिल पर पहुंचना चाहते है .
आप से बिनती है के आप एक तरफ़ा सियासत नहीं करें अगर करना है तो किसी भी एक पार्टी जिसको आप बे दाग निर्मल साफ़ और दूध का धुला और और बहुत ही इमानदार जो देश हित में है उस पार्टी में शामिल होकर गारंटी दें के वही पार्टी है जो देश के हर गाँव को सवर्ग हर निर्धन को धन दुसरे देशों की तरह २४ घंटा जगमगाता हुआ और चमकती हुयी रात बिलकुल निडर हो कर सफ़र करने वाला पर शासन हर भारतीय के आँख से आंसू पोछने वाला प्रधान मंत्री आप देंगे या आप खुद ही ये सब कर सकते हैं तो मैं आपके साथ हूँ पुरे देश को आपके साथ करने की कोशिश करूँगा अगर नहीं तो चुप रहिये और बुरे को बुरा सही को सही बुरे को नसीहत सही का रास्ता सही की मदद करने के लिए वचन बढ़ हो जाएँ इसी को साधू देश प्रेमी इश्वर का चाहिता हर मनुष्य के दिल में रहने वाला कहते हैं.
एक १५ सदस्य का घर तो संभालता नहीं हम पुरे देश को संभालने का दावा करें जिस देश में ३००० से ज़यादह भाषाएँ हैं जिनकी बातों को समझने के लिए एक युद्ध करने के बराबर है जो एक ५ गाँव का मुखिया नहीं बन सका वो कहे के हम उच्य स्तर के नामचीन और हर कुर्सी पर बैठने वाले से हम बेहतर हैं तो सूरज को चिराग दिखाने के बराबर है .

छमा चाहूँगा अगर किसी भारतीय को मेरी बात बुरी लगी हो तो ये मन की बात देश को बिखरता हुआ देख कर और ज़यादह न बिखरे इस लिए कह दिया हो सकता है के ये सबको अच्छा नहीं लगे मगर बहुत सी बातें बार बार कई बार सोचने से अच्छी और सच्ची लगने लगती हैं .
इस लिए जिन्हें बुरा लगे उनसे माफ़ी चाहूँगा आपके सुझाव व राय का इंतज़ार रहेगा धन्यवाद .

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